शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है।

शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता है।

                आज विद्यालय का प्रांगण चुपचाप है, लेकिन हवा में भावनाओं की लहरें हैं। हर कोना गवाह है उन अनगिनत स्मृतियों का, जो आज एक अध्याय की तरह बंद होने जा रही हैं। मगर क्या शिक्षक वास्तव में सेवानिवृत्त होते हैं? नहीं, शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता—वह तो अपने छात्रों के मन और आत्मा में जीवन भर जीवित रहता है।
आज जब इन श्रद्धेय गुरुजनों को विदाई दी जा रही है, उनकी आंखों में वर्षों की यादें सजीव हो उठी हैं। वो पहली बार कक्षा में कदम रखने की घबराहट, छात्रों के चेहरे पर सफलता की मुस्कान, उनके संघर्षों को सहलाने के क्षण—हर स्मृति आज चलचित्र की तरह उनके सामने है। वे सोच रहे होंगे कि क्या उनकी शिक्षाएं पर्याप्त थीं? क्या वे हर छात्र के दिल में वह बीज बो सके, जो एक दिन वटवृक्ष बनेगा?
विद्यालय का प्रत्येक कोना उनकी उपस्थिति को महसूस कर रहा है। वो कक्षाएँ, जहाँ उन्होंने न सिर्फ किताबों का ज्ञान दिया, बल्कि जीवन के अनमोल सबक भी सिखाए। वो स्टाफ रूम, जहाँ उन्होंने नई पीढ़ी के शिक्षकों को प्रेरणा दी। वो स्कूल का गेट, जहाँ खड़े होकर उन्होंने असंख्य बच्चों को बड़े सपनों की उड़ान भरते देखा।
आज जब वे अपनी कुर्सी छोड़कर जा रहे हैं, तो ऐसा नहीं है कि वे चले जाएंगे। उनकी कही गई बातें, उनकी दी गई सीख, उनकी डांट और उनका स्नेह—सब कुछ अनगिनत जीवनों में धड़कता रहेगा। शायद कल से वे इस विद्यालय में नहीं होंगे, लेकिन हर किताब, हर नोटबुक, हर ब्लैकबोर्ड पर उनकी छाप बनी रहेगी।
शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता, वह बस एक भूमिका से दूसरी भूमिका में बदल जाता है। आज भी, जब वे घर पर बैठेंगे, उनके मन में वही सवाल गूंजेगा—"आज बच्चों ने क्या नया सीखा होगा?" यही तो शिक्षक का सबसे बड़ा प्रमाण है कि वह हमेशा जीवित रहेगा, अपनी शिक्षाओं में, अपने विद्यार्थियों में, और समाज के हर उस कोने में, जहाँ उसने ज्ञान की एक ज्योति जलाई थी।
विदाई नहीं, यह एक नई शुरुआत है। सम्मान, प्रेम और आभार के साथ, उन सभी महान शिक्षकों को नमन, जो आज औपचारिक रूप से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन असल में शिक्षा की दुनिया में अमर रहेंगे।
आज सेवानिवृत्त हुए आदरणीय वरिष्ठ गुरुजनों आप सबको सादर प्रणाम हम कामना करते हैं कि आपका यह नया अध्याय खुशियों उमंग और नई संभावनाओं से भरा हो। आप सभी के संघर्षो द्वारा बनाये गए शिक्षक हितों के कीर्तिमान जिसके नींव पर हम जैसे शिक्षक खडे है। हम लोगो को आपका शुभाशीष मिले ताकि आप सभी के कृत संकल्पित मार्ग का अनुसरण करते हुए हम लोग भी भविष्य में अपने साथियों के लिए कुछ कर सके।
   हम जैसे अनुजों के प्रति आप सभी का प्रेम बना रहें। आप का सेवानिवृति के उपरांत का भविष्य सुखमय हो, ईश्वर आपके स्वास्थ्य, धन, मान -सम्मान में वृद्धि प्रदान करें। आप सभी को उज्जवल सुखद एवं स्वस्थ भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
      

✍️ पंकज सिंह

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