'स्कूल हर दिन आएं (शारदा)' कार्यक्रम के तहत परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आउट ऑफ स्कूल छात्रों के अधिक से अधिक नामांकन पर जोर दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत विद्यालयों में शारदा संगोष्ठी और वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
शारदा संगोष्ठी:
- इस संगोष्ठी में, उन आउट ऑफ स्कूल छात्रों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने इस वर्ष विद्यालय में प्रवेश लिया है और जिनकी कक्षा में सबसे अधिक उपस्थिति रही है।
- प्रत्येक कक्षा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाएगा।
- इन छात्रों के अभिभावकों को भी सम्मानित किया जाएगा।
- शारदा संगोष्ठी के आयोजन के लिए प्रत्येक विद्यालय को 2,305 रुपये दिए गए हैं।
वार्षिकोत्सव:
- वार्षिकोत्सव में विद्यालय में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
- विद्यालय को सजाया जाएगा और सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे।
- अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा और उनके साथ छात्रों के भविष्य पर चर्चा की जाएगी।
- वार्षिकोत्सव के आयोजन के लिए प्रत्येक विद्यालय को 695 रुपये दिए गए हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- आउट ऑफ स्कूल छात्रों के नामांकन को बढ़ावा देना।
- छात्रों की नियमित उपस्थिति को प्रोत्साहित करना।
- अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना।
- विद्यालय और समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना।
यह कार्यक्रम शिक्षा विभाग द्वारा चलाया जा रहा है ताकि सभी बच्चों को शिक्षा का समान अवसर मिल सके।
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या में आई कमी को दूर करने के लिए, शिक्षा विभाग ने 'शारदा संगोष्ठी' और 'विद्यालय वार्षिकोत्सव' का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना, उनकी उपस्थिति और ठहराव में सुधार करना है।
शारदा संगोष्ठी:
- यह संगोष्ठी जनवरी के आखिरी शनिवार को आयोजित की जाएगी।
- महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि संगोष्ठी में आउट ऑफ स्कूल बच्चों के अभिभावकों को अवश्य आमंत्रित किया जाए।
- अभिभावकों को विद्यालय आने के लाभों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
विद्यालय वार्षिकोत्सव:
- वार्षिकोत्सव में दौड़, रिले रेस और अन्य खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
- नाटक के माध्यम से स्कूल न आने के नुकसान बताए जाएंगे।
- शिक्षा के महत्व पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ाना।
- बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना।
- बच्चों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना।
- विद्यालय और समुदाय के बीच संबंधों को मजबूत करना।
यह कार्यक्रम शिक्षा विभाग द्वारा चलाया जा रहा है ताकि सभी बच्चों को शिक्षा का समान अवसर मिल सके और शिक्षा के महत्व को सभी लोग समझ सके।
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