📄 UDISE Plus और MBU – संपूर्ण जानकारी
एक छोटा सा प्रयास आदरणीय बेसिक शिक्षा परिषद के सभी सम्मानित गुरुजनों हेतु।
UDISE Plus (Unified District Information System for Education Plus) शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य देश के सभी स्कूलों का सटीक शैक्षिक डेटा एक ही जगह पर उपलब्ध कराना है।
इसके माध्यम से छात्र नामांकन, आधार लिंकिंग, शिक्षक विवरण, स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर, परीक्षा परिणाम और सरकारी योजनाओं से जुड़ी सूचनाएं डिजिटल रूप से सुरक्षित रहती हैं।
इसके माध्यम से छात्र नामांकन, आधार लिंकिंग, शिक्षक विवरण, स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर, परीक्षा परिणाम और सरकारी योजनाओं से जुड़ी सूचनाएं डिजिटल रूप से सुरक्षित रहती हैं।
MBU का पूरा नाम है – Mandatory Biometric Update
यह आधार कार्ड से जुड़ी वह प्रक्रिया है, जिसमें 5 साल और 15 साल की उम्र में बच्चे का बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट, फोटो, आईरिस स्कैन) अपडेट करना आवश्यक होता है।
MBU अपडेट होने के बाद ही बच्चे का आधार पूरी तरह सक्रिय माना जाता है।
यदि MBU नहीं हुआ है, तो UDISE Plus में आधार से संबंधित सेवाओं में दिक्कत आ सकती है।
यह आधार कार्ड से जुड़ी वह प्रक्रिया है, जिसमें 5 साल और 15 साल की उम्र में बच्चे का बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट, फोटो, आईरिस स्कैन) अपडेट करना आवश्यक होता है।
MBU अपडेट होने के बाद ही बच्चे का आधार पूरी तरह सक्रिय माना जाता है।
यदि MBU नहीं हुआ है, तो UDISE Plus में आधार से संबंधित सेवाओं में दिक्कत आ सकती है।
डेटा की शुद्धता: MBU के बिना बच्चे के आधार विवरण अधूरे रह जाते हैं, जिससे नाम, जन्मतिथि या अन्य जानकारी में गड़बड़ी हो सकती है।
योजनाओं का लाभ: सरकारी छात्रवृत्ति, किताब, यूनिफॉर्म, मिड-डे मील आदि के लिए सही आधार जरूरी है।
डुप्लीकेट एंट्री रोकना: MBU से प्रत्येक बच्चा यूनिक रिकॉर्ड में दर्ज होता है, जिससे दोहरी प्रविष्टि नहीं होती।
योजनाओं का लाभ: सरकारी छात्रवृत्ति, किताब, यूनिफॉर्म, मिड-डे मील आदि के लिए सही आधार जरूरी है।
डुप्लीकेट एंट्री रोकना: MBU से प्रत्येक बच्चा यूनिक रिकॉर्ड में दर्ज होता है, जिससे दोहरी प्रविष्टि नहीं होती।
- UDISE Plus पोर्टल पर लॉगिन करें – https://udiseplus.gov.in
- Student Module → “Check MBU Status” विकल्प चुनें।
- छात्र का Aadhaar Number या UDISE ID डालें।
- यदि MBU Complete है, तो हरा संकेत मिलेगा।
- यदि Pending है, तो अभिभावक को नजदीकी आधार सेवा केंद्र भेजें।
- स्कूल लॉगिन करें (11 अंकों का UDISE कोड और पासवर्ड से)।
- Student Module → Add New Student पर क्लिक करें।
- बच्चे का नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार (यदि उपलब्ध हो), माता-पिता का नाम आदि भरें।
- यदि आधार नहीं है, तो "Without Aadhaar" विकल्प चुनें और आवश्यक जानकारी भरें।
- सबमिट करने के बाद डेटा Block/District Verification के लिए जाएगा।
ऐसे बच्चे जिनका आधार नहीं बना है, उन्हें भी UDISE Plus में जोड़ा जा सकता है।
यह जरूरी है क्योंकि बिना आधार वाले बच्चों का भी शैक्षिक रिकॉर्ड तैयार होगा और वे भविष्य में योजनाओं के लाभ ले पाएंगे।
बाद में आधार बनने पर Update Aadhaar Details ऑप्शन से जानकारी जोड़ी जा सकती है।
यह जरूरी है क्योंकि बिना आधार वाले बच्चों का भी शैक्षिक रिकॉर्ड तैयार होगा और वे भविष्य में योजनाओं के लाभ ले पाएंगे।
बाद में आधार बनने पर Update Aadhaar Details ऑप्शन से जानकारी जोड़ी जा सकती है।
Permanent Enrollment Number (PEN) के जरिए पता लगाया जा सकता है कि बच्चा पहले से किसी स्कूल में पढ़ रहा है या नहीं।
अगर बच्चा पहले से दर्ज है, तो सिस्टम डुप्लीकेट एंट्री रोक देता है।
अगर बच्चा पहले से दर्ज है, तो सिस्टम डुप्लीकेट एंट्री रोक देता है।
Re-validate का मतलब है डेटा का पुनः सत्यापन।
यह प्रक्रिया हर साल होती है, ताकि छात्र की कक्षा, नामांकन, आधार और MBU स्थिति सही बनी रहे।
इससे सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं समय पर और सही बच्चों को मिलती हैं।
यह प्रक्रिया हर साल होती है, ताकि छात्र की कक्षा, नामांकन, आधार और MBU स्थिति सही बनी रहे।
इससे सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली सभी सुविधाएं समय पर और सही बच्चों को मिलती हैं।
💡 निष्कर्ष
UDISE Plus और MBU शिक्षा व्यवस्था को डिजिटल, पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए बेहद आवश्यक हैं।
शिक्षकों, अभिभावकों और शिक्षा विभाग को मिलकर सुनिश्चित करना चाहिए कि—
सभी बच्चों का UDISE Plus पर नामांकन हो।
आधार और MBU अपडेट समय पर पूरे हों।
Re-validation नियमित रूप से किया जाए।
UDISE Plus और MBU शिक्षा व्यवस्था को डिजिटल, पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए बेहद आवश्यक हैं।
शिक्षकों, अभिभावकों और शिक्षा विभाग को मिलकर सुनिश्चित करना चाहिए कि—
सभी बच्चों का UDISE Plus पर नामांकन हो।
आधार और MBU अपडेट समय पर पूरे हों।
Re-validation नियमित रूप से किया जाए।
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